Monday 11 June 2012

शारीरिक संबंधों के लिए साथी की अदला-बदली करने वाले दंपत्ति ज्यादा खुश रहते हैं?


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बेहद खुले विचारों वाली पश्चिमी सभ्यता में रिश्तों के मायने हमेशा से ही न्यूनतम रहे हैं. आधुनिकता का नाम देकर निजी संबंधों के क्षेत्र में तो फूहड़ता का आगमन अब बहुत पुरानी बात हो चली है. सार्वजनिक स्थानों पर प्रेम प्रदर्शन से शुरू हुआ यह सिलसिला अब वाइफ या हस्बैंड स्वैपिंग तक पहुंच गया है जिसका अर्थ है शारीरिक संबंधों के लिए किसी दूसरे जोड़े के साथ अपने पति-पत्नी की अदला-बदली. ऐसे वैवाहिक जोड़े स्विंगर्स के नाम से अधिक जाने जाते हैं. लेकिन क्या अपने निजी स्वार्थ पूर्ति के लिए विवाह की गरिमा को ताक पर रखने वाले लोगों का जीवन कभी खुशहाल रह सकता है? अगर आप सोच रहे हैं कि ऐसे लोग आंतरिक तौर पर कभी एक-दूसरे के साथ खुश नहीं रह सकते या उन्हें आत्मिक संतुष्टि नहीं मिलती तो आप बिलकुल गलत सोच रहे हैं.अमेरिका में प्रसारित होने वाले एक लेट-नाइट न्यूज प्रोग्राम में शामिल हुए अधिकांश स्विंगर्स का यही कहना था कि स्वैप करने के कारण उनका वैवाहिक जीवन स्पाइसी और खुशहाल रहता है. इतना ही नहीं वह एक-दूसरे के साथ काफी सुरक्षित महसूस करते हैं और ईमानदार भी रहते हैं.न्यूयॉर्क के एक होटल में चल रही उत्तेजक पार्टी में शामिल स्विंगर्स ने यह बात स्वीकार की है कि अपने पर्मानेंट साथी के साथ उनका जीवन काफी खुशहाल है और वह दोनों ही स्वैपिंग जैसी गतिविधियों में सम्मिलित हैं.पार्टनर स्वैपिंग के विषय में सामान्य धारणा के अनुसार विवाह के कई वर्ष एक-दूसरे के साथ बिताने वाले जोड़े, जो अब अपने जीवन में कुछ नया चाहते हैं, ही पार्टनर की अदला-बदली करते हैं जबकि पार्टी में शामिल जोड़ों को देखकर यही कहा जा सकता था कि यह केवल आपकी उम्र और आकर्षण पर ही निर्भर करता है. ऐसे जोड़ों का कहना है कि एक से अधिक लोगों के साथ शारीरिक संबंध बनाने में उन्हें कोई बुराई नजर नहीं आती, बल्कि यह बहुत रोचक और दिलचस्प है.पार्टी में शामिल एक स्विंग स्कूल इंस्ट्रक्टर का कहना है कि पार्टी में शामिल हर आकर्षक और सुंदर व्यक्ति शारीरिक संबंध बनाने के लिए उतने ही आकर्षक व्यक्ति की तलाश करता है. इसका अर्थ यह है कि अगर आप देखने में अच्छे नहीं हैं तो यह पार्टी आपके लिए नहीं है.पाश्चात्य देशों की देखा-देखी भारत में भी अब स्विंगर्स या ऐसे दंपत्ति जो यौन-संबंधों के लिए आपस में पति या पत्नी की अदला-बदली करते हैं कि संख्या निरंतर बढ़ती जा रही है. आकर्षण और सुंदरता पर निर्भर यह फूहड़ व्यवस्था दिनोंदिन अपने पैर पसारती जा रही है भारतीय परिवेश में विवाह एक ऐसी सम्मानजनक व्यवस्था है जो महिला और पुरुष को आजीवन एक-दूसरे से जोड़कर रखती है. लेकिन इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि निजी संबंध होने के बावजूद इसे समाज, परिवार और धर्म सभी का संरक्षण प्राप्त होता है. ऐसे हालातों में केवल अपनी शारीरिक भोग विलास से संबंधित अनैतिक इच्छाओं को पूरा करने के लिए अपने जीवन साथी की अदला-बदली करना सर्वदा निंदनीय और घृणित कृत्य ही माना जाएगा. ऐसे संबंधों को घोर परंपरावादी और मान्यता प्रधान भारतीय समाज में कभी भी स्वीकार्य नहीं माना जा सकता

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